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Description
आमने-सामने
साक्षात्कार साहित्य की एक अप्रतिम और दुष्कर विधा है। इसमें एक के बजाय दो व्यक्ति मिल कर रचना करते हैं। जब वे आमने-सामने होते हैं तो प्रक्रिया यह रहती है कि एक सवाल करता है, दूसरा जवाब देता है। पर जवाबदेही दोनों कि एक जैसी रहती है। हर प्रश्न में एक उत्तर निहित रहता है और हर उत्तर एक नए प्रश्न को जन्म देता है। वरिष्ठ कथाकार ‘मृदुला गर्ग’ के साक्षात्कारों कि एक महत्वपूर्ण पुस्तक।
Additional information
Authors | |
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ISBN | |
Language | Hindi |
Pages | |
Publishing Year | 2018 |
Pulisher | |
Binding | Hardbound |
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