Aksharon Ke Saye

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Aksharon Ke Saye

Aksharon Ke Saye

215.00 185.00

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215.00 185.00

Author: Amrita Pritam

Availability: 5 in stock

Pages: 144

Year: 2015

Binding: Paperback

ISBN: 9789350643327

Language: Hindi

Publisher: Rajpal and Sons

Description

अक्षरों के साये

अमृता प्रीतम की आत्मकथा रसीदी टिकट का दूसरा भाग है। यह केवल एक आत्मकथा ही नहीं, बल्कि एक बिलकुल नये, अध्यात्म से जुड़े धरातल पर उसका विवरण प्रस्तुत करती है। बचपन से आज तक के अपने जीवन के सभी अध्यायों और अनुभवों को वह किसी-न-किसी साये के तले जिया गया मानती हैं-जैसे जन्म लेते ही मौत के साये, फिर हथियारों, अक्षरों, सपनों, स्याह ताकतों और चिन्तन के साये-और यह पाठक के सामने एक नितान्त नवीन दुनिया के भीतर झाँककर देखने की उनकी अदम्य इच्छा को व्यक्त करता है।

अनेक दृष्टियों से यह साहित्य की एक विशिष्ट रोमांचक आत्मकथा है, जिसे बचपन से आज तक के उनके क्रमवार फोटो-चित्र दृष्टि के स्तर पर भी उनकी अपनी छाया को उद्भासित करते नज़र आते हैं।

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Authors

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Paperback

ISBN

Language

Hindi

Pages

Publishing Year

2015

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