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Description
अनोखा प्रेम
प्रस्तुत कृति की कथा वस्तु जितनी हृदयग्राही और मार्मिक है, उतनी ही हृदय विदारक। जीवन की गति एक शीशे की तरह टूट कर टुकड़ों में बिखर जाती है तो जीवन का कितना भयंकर रूप प्रकट होता है, यही इस कथा की भावधारा है। यह कहानी मानव करूणा की जीती जागती तस्वीर है। जीवन की कठोर वास्तविकता को यह कथा जितने खुले रूप में दर्शन कराती है, उसे पढ़कर पाठक का मन जीवन की कड़वी सच्चाई का सच्चा अनुभव करता है।
इस पुस्तक का अनुवाद प्रसिद्ध अनुवादक योगेन्द्र चौधरी ने किया है। अनुवादक ने इस कृति की भाषा को सुन्दर एवं अलंकृत बनाने का भरसक प्रयत्न किया है। इतना ही नहीं, इसमें माँ आशापूर्णा के मन के भावों की पूर्ण रूप से रक्षा की गई है, जिससे आप इसको पढकर मूल रचनाओं के समान ही आनन्द पा सकेंगे। निष्कर्ष रूप में मेरी यही मान्यता है कि यह कृति संकेत रूप में समाज नवनिर्वाण के लिए उपादेय सिद्ध होगी।
Additional information
Authors | |
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Binding | Hardbound |
ISBN | |
Language | Hindi |
Pages | |
Publishing Year | 2014 |
Pulisher |
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