AIIMS Mein Ek Jung Ladte Huye

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AIIMS Mein Ek Jung Ladte Huye

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Author: Ramesh Pokhriyal 'Nishank'

Availability: 5 in stock

Pages: 184

Year: 2021

Binding: Hardbound

ISBN: 9789390923861

Language: Hindi

Publisher: Prabhat Prakashan

Description

एम्स में एक जंग लड़ते हुए

कोरोना

‘‘हार कहाँ मानी है मैंने

रार कहाँ ठानी है

संघर्षों की गाथाएँ गायी है मैंने

मुझे आज भी गानी है।

मैं तो अपने पथ-संघर्षों का

पालन करते आया हूँ।

फिर कैसे पीछे हट जाऊँ मैं

सौगंध धरा की खाया हूँ।

क्यों आए तुम कोरोना मुझ तक

अब तुमको तो बैरंग जाना है

पूछ सको तो पूछो मुझको

मैंने मन में क्या ठाना है।

तुम्हें पता है मैं संघर्षों का

दीप जलाने आया हूँ।

फिर कैसे पीछे हट जाऊँ मैं

सौगंध धरा की खाया हूँ।

हार कहाँ मानी है मैंने

रार कहाँ ठानी है।

मैं तिल-तिल जल

मिटा तिमिर को

आशाओं को बोऊँगा,

नहीं आज तक सोया हूँ

अब कहाँ मैं सोऊँगा!

देखो, इस घनघोर तिमिर में,

मैं जीवन-दीप जलाया हूँ।

फिर कैसे पीछे हट जाऊँ मैं

सौगंध धरा की खाया हूँ।

हार कहाँ मानी है मैंने

रार कहाँ ठानी है

संघर्षों की गाथाएँ गायी

मुझे आज भी गानी है।’’

—रमेश पोखरियाल ‘निशंक’

6 मई, 2021, दिल्ली, एम्स

कक्ष-704, प्रातः 7:00 बजे

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Authors

Binding

Hardbound

Language

Hindi

ISBN

Pages

Publishing Year

2021

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