Antarman Ki Divya Gunj
₹215.00 ₹185.00
- Description
- Additional information
- Reviews (0)
Description
अंर्तमन की दिव्य गूंज
हमारे दैनंदिन जीवन में हमारी भाषा और हमारा व्यवहार हमारे स्वजन – परिजन – मित्रगण समेत किसी हद तक समाज को भी प्रभावित करता है। अतः हमें अपनी भाषा, अपने व्यवहार और आचरण आदि में हमेशा ही नियंत्रण और संतुलन बनाकर रखना होता है । यह तभी संभव है जब हम सकारात्मक सोच के साथ जीवमात्र के लिए श्रेयस्करकारी भाव और विचार से संयुक्त और संपृक्त हों। ऐसे भाव और विचार के सातत्व के लिए हमें मानसिक खुराक किन्हीं प्रेरक और नैतिकतापूर्ण कथाओं- आख्यानों से प्राप्त होती है। प्रस्तुत पुस्तक ऐसे ही प्रेरक निबंधों का एक भीना- भीना गुलदस्ता है, जिसके पठन-मनन से मन में सकारात्मक भावों-विचारों का एक सुगंधित आवेग-सा प्रवाहित होने लगता है। इन निबंधों के पारायण से मन में त्याग, सेवा, परमार्थ, देशभक्ति तथा ऐसे ही अन्य सकारात्मक भावों का उद्रेक-सा होने लगता है। एक समाज और राष्ट्र का उत्कर्ष और विकास ऐसे ही सकारात्मक सोच, विचार और भावों से होता है। आज के वितंडापूर्ण सामाजिक और राष्ट्रीय परिदृश्य में ऐसे प्रेमपूर्ण और सकारात्मक सोचों से परिपूर्ण लेखन की प्रासंगिकता और उपादेयता बेहद आवश्यक ही नहीं, अनिवार्य भी है।
Additional information
Binding | Paperback |
---|---|
ISBN | |
Language | Hindi |
Pages | |
Publishing Year | 2023 |
Pulisher | |
Authors |
Reviews
There are no reviews yet.