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Description
तीन रंग
अनुक्रम
- घासीराम कोतवाल
- जाति ही पूछो साधु की
- ख़ामोश ! अदालत जारी है
पहला अंक
[कतार में खड़े होकर बारह लोग नमन करते हैं : “पहलाऽउनमन” आदि। गणेश जी का आगमन]
सब लोग : (एक बार इस ओर और एक बार उस ओर झूमकर)
श्री गणराय नर्तन करी
हम पुणे के बामण हरि
[इन पंक्तियों को बार-बार दुहराते हैं। गणेश जी का नर्तन जारी है]
बामन हरि
नर्तन करी
श्री गणराय
फेर धरी
बाजे मृदंग
चढ़ता रंग
त्रिलोक दंग हो त्रिलोक दंग
देवी सरस्वती आती संग
[सरस्वती नाचती आती हैं। गणेश व सरस्वती नाचते हैं]
देवी सरस्वती आती संग हो
देवी शारदा आती संग
श्री गणराय मंगलमूर्ति
तेरे नाम से पर्वत ऽ तरते
देवी सरस्वती वादन करती
लक्ष्मी वहाँ वास करती
लक्ष्मी-शारदा दोनों सौतें
हो ऽ हो ऽ दोनों सौतें
Additional information
Authors | |
---|---|
Binding | Hardbound |
ISBN | |
Language | Hindi |
Pages | |
Pulisher | |
Publishing Year | 2020 |
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