Sale
- Description
- Additional information
- Reviews (0)
Description
अनुभव प्रकाश
वेदांत ज्ञान क्या है ? और उसे कैसे प्राप्त किया जा सकता है ?
ईश्वर भक्ति क्या है ? और मानव प्राणी को उसकी क्या आवश्यकता है ? इन सब प्रश्नों का उत्तर-ब्रह्मज्ञान भक्ति प्रकाश ही दे सकता हैं क्योंकि मनुष्य को मनन करने की शक्ति दी गई है। जो अन्य प्राणियों में नहीं है। मनुष्य अपने त्याग, विवेक एवं बुद्धि द्वारा अपनी आत्मा का इतना ऊंचा विकास कर सकता है कि वह ब्रह्म साक्षात्कार होकर उस पारब्रह्म परमेश्वर के स्वरूप में विलीन हो जाता है। यह तभी सम्भव है, यदि आप भक्ति ज्ञान, वेदान्त सम्बधी ब्रह्मज्ञान से परिपूर्ण पुस्तकों का अध्ययन करें। यह पुस्तक श्री स्वामी जीवादास की तीन पुस्तकों का ( ब्रह्मज्ञान भक्ति प्रकाश, ज्ञान वैराग्य प्रकाश, मनुष्य बोध भजनमाला) का संकलित रूप है।
Additional information
Authors | |
---|---|
Binding | Hardbound |
ISBN | |
Language | Hindi |
Pages | |
Publishing Year | 2004 |
Pulisher |
Reviews
There are no reviews yet.