Raha Kinare Baith

-4%

Raha Kinare Baith

Raha Kinare Baith

125.00 120.00

In stock

125.00 120.00

Author: Sharad Joshi

Availability: 5 in stock

Pages: 106

Year: 2006

Binding: Hardbound

ISBN: 8121400430

Language: Hindi

Publisher: National Publishing House

Description

रहा किनारे बैठ

अपने बारे में विशेषणों के इस्तेमाल किये जाने पर शरद जोशी को सख्त एतराज रहा है। और यह एतराज सही भी है। क्योंकि आज जहां हिंदी का अधिकांश व्यंग्य लेखन बैठे ठाले का धंधा हो गया है और भारी भरकम विशेषणों के लबादे ओढ़ कर व्यंग्य के नाम पर महज मसखरे करिश्मों की कतार खड़ी है, वहीं एक किनारे बैठ शरद जोशी की अपनी एक अलग पहचान बन चुकी है। यानी उनकी एक मुकम्मल हैसियत है, या कह लें-हिंदी के व्यंग्य साहित्य को एक नयी दिशा देने वाले इन गिने लोगों में शरद जोशी का नाम महत्त्वपूर्ण नहीं, प्रमुख है। और शायद इसीलिए विशेषणों की चमकार उनके लिए बेमतलब है।

प्रस्तुत संग्रह ‘रहा किनारे बैठ’ शरद जोशी के तीखे व्यंग्य निबंधों का संग्रह है। इन निबंधों में व्यंग्य का वह भोंथरापन नहीं है और न कसैलापन ही है जिससे पाठक की सुरुचि बिदक जाये। इनमें सामाजिक, राजनैतिक, साहित्यिक और आसपास की उन तमाम विसंगत स्थितियों पर बेसाख्ता चोट और खरोंच है, जिन्हें पढ़ कर मुमकिन है, आपको लगे कि ऐसा ही कुछ आप भी करना-कहना चाहते हैं।

Additional information

Authors

Binding

Hardbound

ISBN

Language

Hindi

Pages

Publishing Year

2006

Pulisher

Reviews

There are no reviews yet.


Be the first to review “Raha Kinare Baith”

You've just added this product to the cart: