Bhartiya Lipiyon Ki Kahani

-25%

Bhartiya Lipiyon Ki Kahani

Bhartiya Lipiyon Ki Kahani

495.00 370.00

Out of stock

495.00 370.00

Author: Gunakar Muley

Availability: Out of stock

Pages: 174

Year: 2018

Binding: Hardbound

ISBN: 9788126702169

Language: Hindi

Publisher: Rajkamal Prakashan

Description

भारतीय लिपियों की कहानी

इतिहास की स्रोत-सामग्री में पुरालेखों का महत्त्व स्पष्ट है। भारत के अनेक राजवंशों का इतिहास मुख्यतः पुरालेखों के आधार पर ही रचा गया है। ये पुरालेख न केवल प्राचीन शासन-व्यवस्था पर बल्कि संस्कृति के विविध पहलुओं पर भी प्रकाश डालते हैं। हिंदी में पंडित गौरीशंकर ओझा का भारतीय प्राचीन लिपिमाला (दूसरा संस्करण, 1918 ई.) ग्रंथ प्रसिद्ध है। परंतु गहन अध्ययन के लिए उपयोगी होते हुए भी यह विषय की अद्यतन जानकारी नहीं दे पाता, क्योंकि इस ग्रंथ के दूसरे संस्करण के बाद सिंधु सभ्यता का उद्‌घाटन हुआ, सैकड़ों नए पुरालेख प्रकाश में आए और कई मान्यताएँ भी बदली हैं। अलावा इसके, पुरालेखों के प्रारंभिक अध्ययन के लिए तो हिंदी में कोई पुस्तक है ही नहीं।

भारतीय लिपियों की कहानी में एक ओर विषय की अद्यतन जानकारी का समावेश है, तो दूसरी ओर विषय की जटिलता के बावजूद विवेचन को सरल, सुबोध एवं रोचक बनाने की चेष्टा की गई है। पुस्तक में अशोक के अभिलेखों की बाहूमी लिपि से लेकर आधुनिक काल की प्रादेशिक लिपियों तक भारतीय लिपियों के क्रमिक विकास को ऐतिहासिक पृष्ठभूमि में प्रस्तुत किया गया है। एक प्रकरण में विदेशों में भारतीय लिपि के प्रचार-प्रसार के बारे में दी गई जानकारी बड़ी उपयोगी पुस्तक में पुरालेखों के करीब सौ नमूने दिए गए हैं। इनके अलावा ब्राह्मी के विकास-क्रम को समझने के लिए कई चित्र हैं, और परिशिष्ट में बाहमी से विकसित आधुनिक भारत की लिपियों की तालिकाएँ हैं।

 

Additional information

Authors

Binding

Hardbound

ISBN

Pages

Publishing Year

2018

Pulisher

Language

Hindi

Reviews

There are no reviews yet.


Be the first to review “Bhartiya Lipiyon Ki Kahani”

You've just added this product to the cart: