Ambikasutan Mangad Translated by Dr.Suma S.
अम्बिकासुतन मान्गाड
जन्म : 8 अक्टूबर 1962।
शिक्षा : जन्तुशास्त्र में बी.ए. करने के बाद मलयालम साहित्य में एम.ए., एम.फिल. और पी.एच.डी. की उपाधि। उत्तर-आधुनिक मलयालम कथा-साहित्य के प्रमुख हस्ताक्षर।
नौकरी : मलयालम प्राध्यापक, नेहरू कॉलेज, कासरगोड , केरल ( सेवानिवृत्त)।
प्रमुख कृतियाँ : एनमकजे, माक्कम एनन पेण थेय्यम, मरक्का प्पिले थेय्येंगल, रण्डु मुद्रा (उपन्यास); चुनी हुई कहानियाँ, मेरी प्रिय कहानियाँ; वालिल्लात्त किंडी, रात्रि ओतेनन्टे वाल; रण्डु मत्स्यंगल (कहानी संग्रह); सी.पी. अच्युत मेनन और मलयालम आलोचना (आलोचना), आख्यानवुम चिला स्त्रीकलुम, एन्डोसल्फान निलविलिकल अवसनिक्कुन्निलला (संस्मरण); योकोसो : जापान विशेषंगल (यात्रावृत्त)।
डॉ. सुमा एस.
जन्म : 1 मार्च 1968, त्रिवेन्द्रम, केरल।
शिक्षा : एम.ए., पी.एच.डी., बी.एड., डिप्लोमा अनुवाद एवं पत्रकारिता।
प्रमुख कृतियाँ : नया साहित्य और नये प्रश्न, साहित्य सृजन तथा मूल्यांकन, सृजनात्मक लेखन और संचार क्षमता, पारिस्थितिक पाठ और हिन्दी साहित्य (वाणी प्रकाशन), चेतना प्रवाह के प्रवर्तक प्रभाकर माचवे और विलासिनी; समाज सुधारक कबीर, वाद से विमर्श तक।
विभिन्न राष्ट्रीय-अन्तरराष्ट्रीय सेमिनार में शोध पत्र की प्रस्तुति। सम्पादकीय बोर्ड सदस्य, संग्रथन।
पुरस्कार एवं सम्मान : प्यारी देवी घासीराम साहित्य सम्मान, डांडिया विश्वविद्यालय, अखिल भारतीय कवयित्री सम्मलेन का प्रशस्ति-पत्र, श्री रवीन्द्र गुर्जर स्मृति सम्मान, साहित्य मण्डल, आदर्श शिक्षिका सम्मान, ब्रजलोक साहित्य कला संस्कृति अकादमी, आगरा, रेड डायमंड एचीवर अवार्ड-2020, आर.बी.फाउंडेशन एवं अन्तरराष्ट्रीय मैत्री सम्मान।
सम्प्रति : एसोसिएट प्रोफ़ेसर, हिन्दी विभाग, वुमेन गवर्नमेंट कॉलेज, त्रिवेन्द्रम।
सम्पर्क : 3 बी, अलाएंस टावर्स, डीपीआई जंक्शन, त्रिवेन्द्रम।
पुरस्कार : कथारंगम नोवल अवार्ड 200, कारूर पुरस्कार, तुंचन स्मारक पुरस्कार, अंकणम अवार्ड, इतल अवार्ड।