Aziz Hajini translated Beena Budki
अजीज हाजिनी (1957 -2021) कश्मीरी में स्नातकोत्तर और बीसवीं सदी के कश्मीरी गद्य पर पी-एच.डी.। कश्मीरी और उर्दू में 16 कृतियाँ प्रकाशित, जिनमें मुख्य हैं – पंतचाहन वारियन हुंद कशूर अदब, काशिरे नात; कशर अक़ीदति अवब और हमकाल कशीर शायिरी आदि। कश्मीरी से अनूदित कृतियों में वारिस शाह; चारने-आत्वे दलित दलिले और ते पते आए दर्यावास जबान मुख्य हैं। दर्जन भर से अधिक नाटकों का लेखन एवं निर्देशन तथा आकाशवाणी व दूरदर्शन के लिए अनुवाद कार्य भी। कई प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं का संपादन। सूचना विभाग जम्मू द्वारा खिलअत-ए-शैख़-उल-आलम अवार्ड, तथा साहित्य अकादेमी के अनुवाद पुरस्कार सहित अनेक पुरुस्कार/सम्मान। साहित्य अकादेमी के कश्मीरी परामर्श मंडल के संयोजक रहे अजीज हाजिनी, जम्मू एंड कश्मीर एकेडमी ऑफ आर्ट, कल्वर एंड लैंग्वेजेज के पूर्व सचिव भी रहे हैं।
बीना बुदकी (जन्म : 1955)। लेखिका, अनुवादक और पत्रकार। एम.ए (हिंदी, समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र) एम.एड. एवं पीएच-डी.। संपादित एवं अनूदित पुस्तकें प्रकाशित। उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के सौहार्द सम्मान तथा केंद्रीय हिंदी संस्थान के गंगाशरण सिंह हिंदी सेवी सम्मान सहित कई अन्य पुरस्कार। संप्रति हिंदी कश्मीर संगम संस्था की सचिव और कश्मीर सदेश पत्रिका की संपादक।