Baldev Singh
बलदेव सिंह (जन्म : 1942, मोगा, पंजाब) ‘सड़कनामा’ नाम से चर्चित पंजाबी के लोकप्रिय लेखक। आपने विभिन्न विधाओं में विपुल्ल लेखन कार्य किया है। आपके 13 कहानी-संग्रह, 21 उपन्यास, 11 नाटक के अतिरिक्त 4 निबंध-संग्रह, 3 संपादित पुस्तकें, 5 यात्रा-वृत्तांत, अनुवाद और बाल साहित्य की 10 पुस्तकें प्रकाशित हैं। आपकी कुछ चर्चित पुस्तकें हैं – गिल्लियाँ छीटीयाँ दी अग्ग, सवेरे दी लो, हनेरे-सवेरे, काले तित्तर (कहानी-संग्रह), दूसरा हिरोशिमा; कलरी धरती, लाल बत्ती, अन्नदाता, सूरज दी आँख, इक्कीवीं सदी (उपन्यास), सोने दा हिरन, की-की रंग विखावे मिट्टी, कठपुतलियाँ (नाटक), एह सड़कनामा नहीं, रोहतांग माउट आबू वाया लाहौर (यात्रा-वृत्तांत) आदि। आपकी रचनाओं के अंग्रेज़ी सहित कई अन्य भाषाओं में अनुवाद हुए हैं। साहित्य अकादेमी पुरस्कार के अलावा आपको पंजाबी साहित्य सभा पुरस्कार, मैक्सिम गोर्की पुरस्कार, नानक सिंह पुरस्कार, पंजाबी कला साहित अकादमी पुरस्कार, बलराज साहनी पुस्कार एवं शिरोमणि साहित्यकार पुरस्कार सहित कई अन्य पुरस्कारों एवं सम्मानों से विभूषित किया गया है। संप्रति मोगा में रहकर स्वतंत्र लेखन।