Bhagwati Sharan Mishra
भगवतीशरण मिश्र
अनेक पुरस्कारों एवं सम्मानों से सम्मानित प्रतिष्ठित उपन्यासकार जो अपने लेखन की विपुलता एवं गुणवत्ता से उपन्यास-लेखकों की अग्रिम पंक्ति में अपना स्थान सुरक्षित कर चुके हैं। उपन्यासों के अलावा अन्य महत्त्वपूर्ण लेखल। अब तक 75 से अधिक कृतियाँ प्रकाशित।
प्रमुख पुस्तकें
पहला सूरज (पुरस्कृत), पवनपुत्र (पुरस्कृत), प्रथम पुरुष (पुरस्कृत), पुरुषोत्तम (पुरस्कृत), पीतांबरा (पुरस्कृत), काके लागूं पांव, गोबिन्द गाथा (पुरस्कृत), मैं भीष्म बोल रहा हूँ, देख कबीरा रोया,पद्मनेत्रा (पुरस्कृत), भारत के राष्ट्रपति, भारत के प्रधानमंत्री तथा अन्य पुस्तकें।
देश के प्रायः सभी विश्वविद्यालयों में इनकी कृतियों पर पी-एच. डी., एम.फिल, डी. लिट्. के लिए शोध।
अंग्रेज़ी, संस्कृत, बंगला, हिन्दी आदि के विद्वान। कई कृतियों का अन्य भाषाओं में अनुवाद।