Divyendu Palit translated Sushil Gupta
दिव्येन्दु पालित (जन्म : 5 मार्च 1939, भागलपुर, बिहार) आपने तुलनात्मक साहित्य में एम.ए. की उपधि प्राप्त की। पिता की मृत्यु के बाद 1958 में आप कलकत्ता जा बसे रोजी-रोटी कमाने की लाचारी में कई तरह की नौकरियाँ कीं, तरह-तरह के अनुभवों से गुजरे। 1961 में अंग्रेजी अख़बार हिंदुस्तान स्टैंडर्ड में बतौर सह संपादक नई शुरुआत हुई। एक अरसे तक विज्ञापन एजेंसी और व्यापारिक संस्थाओं से जुड़े रहने के बाद आपने आनंद बाज़ार पत्रिका के संपादकीय विभाग में कार्य किया।
देश-विदेश की विपुल यात्रा कर चुके पालित ने उपन्यास, कहानी, कविता, प्रबंध आदि सभी साहित्यिक विधाओं में अपनी पहचान बनाई है। आनंद पुरस्कार, रामकुमार भुवालका पुरस्कार और बंकिमचंद्र पुरस्कार समेत कई पुरस्कारों से सम्मानित पालित की रचनाएँ कई भारतीय और अंग्रेजी भाषा में अनूदित हैं और उन पर बाङ्ला एवं हिंदी में फिल्में बन चुकी हैं। आपकी कई कहानियाँ दूरदर्शन और रेडियो पर भी प्रसारित हुई हैं।
सुशील गुप्ता बाङ्ला की कई कृतियों का अनुवाद कर चुकी हैं और दूरदर्शन केंद्र, कलकता के सहायक केंद्र निदेशक पद से सेवानिवृत्त होकर स्वतंत्र लेखन तथा अनुवाद कार्य में व्यस्त हैं।