Geetanjali Shree
गीतांजलि श्री
कृतियाँ
उपन्यास:
- माई
- हमारा शहर उस बरस
- तिरोहित
- खाली जगह
कहानी संग्रह:
- अनुगूँज
- वैराग्य
- मार्च माँ और साकुरा
- प्रतिनिधि कहानियाँ
- यहाँ हाथी रहते थे
इनकी रचनाओं के अनुवाद अंग्रेज़ी, फ्रेंच, जर्मन, जापानी, सर्बियन, बांग्ला, गुजराती, उर्दू इत्यादि में हुए हैं। इनका एक शोध-ग्रंथ – बिट्वीन टू वर्ल्ड्स : एन इंटलैक्चुअल बिऑग्रैफ़ी ऑव प्रेमचन्द भी – प्रकाशित हुआ है।
सम्मान:
- इन्दु शर्मा कथा सम्मान
- हिन्दी अकादमी साहित्यकार सम्मान
- द्विजदेव सम्मान
- जापान फाउंडेशन, चार्ल्स वॉलेस ट्रस्ट
- भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय
- नॉन्त स्थित उच्च अध्ययन संस्थान की फ़ैलोशिप मिली हैं।
ये स्कॉटलैंड, स्विट्ज़रलैंड और फ्रांस में राइटर इन रैजि़डैंस भी रही हैं।
गीतांजलि थियेटर के लिए भी लिखती हैं और इनके द्वारा किए गए रूपांतरणों का मंचन देश-विदेश में हुआ है।
सम्पर्क : वाई ए-3, सहविकास, 68 आई पी विस्तार, दिल्ली-110 092