Kalidas
कालिदास
संस्कृत भाषा के सबसे महान कवि और नाटककार। उन्होंने भारत की पौराणिक कथाओं और दर्शन को आधार बनाकर रचनाएँ कीं। कालिदास अपनी अलंकारयुक्त सुन्दर, सरल और मधुर भाषा के लिए विशेष रूप से जाने जाते हैं। उनके ऋतु वर्णन अद्वितीय हैं और उनकी उपमाएँ बेमिसाल। संगीत उनके साहित्य का प्रमुख अंग है और रस का सृजन करने में उनकी कोई उपमा नहीं। उन्होंने अपने शृंगार रस प्रधान साहित्य में भी साहित्यिक सौन्दर्य के साथ-साथ आदर्शवादी परम्परा और नैतिक मूल्यों का समुचित ध्यान रखा है। उनका स्थान वाल्मीकि और व्यास की परम्परा में है।
रचनाएँ : अभिज्ञान शाकुंतल (सात अंकों का नाटक); विक्रमोर्वशीय (पाँच अंकों का नाटक); मालविकाग्निमित्र (पाँच अंकों का नाटक); रघुवंश (उन्नीस सर्गों का महाकाव्य); कुमारसम्भव (सत्रह सर्गों का महाकाव्य); मेघदूत (एक सौ ग्यारह छन्दों की कविता); ऋतुसंहार (ऋतुओं का वर्णन)।