Niranjan Tasneem translated Kirti Kesar
निरंजन तस्नीम : (जन्म 1929, अमृतसर) पंजाब विश्वंविद्यालय, चंडीगढ़ से अंग्रेजी साहित्य में एम.ए. करने के बाद आप अध्यापन के क्षेत्र में आ गए और गवर्नमेंट कॉलेज, लुधियाना से सेवानिवृत्त हुए। आपके एक दर्जन से ज़्यादा उपन्यास प्रकाशित हैं, जिसमें दस पंजाबी में और दो उर्दू में हैं। आपकी पंजाबी में तीन और अंग्रेजी में चार समालोचनात्मक कृतियाँ भी प्रकाशित हैं। आपके दो उपन्यासों का अंग्रेजी में और चार का हिंदी में अनुवाद हुआ है। आप अनुवादक भी है और आपने हिंदी, उर्दू, पंजाबी की कई महत्त्वपूर्ण कृतियों का अंग्रेजी में और अंग्रेज़ी से पंजाबी में भी अनुवाद किया है। आपको पंजाबी साहित अकादेमी, लुधियाना के ढालीवाल पुरस्कार, साहित संस्थान, लुधियाना के सर्वोत्तम पंजाबी गल्पकार की उपाधि और पंजाब सरकार के शिरोमणि साहित्यकार राज्य पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। आप भारतीय उच्चतर अध्ययन संस्थान, शिमला के फ़ेलो भी रहे हैं।
कीर्ति केसर : (जन्म 5 नवंबर 1940, जालंधर) एम.ए, पी-एच.डी. हिंदी में, मातृभाषा पंजाबी। तीन कविता संग्रह तथा आलोचना की तीन किताबें प्रकाशित। संपादन एवं अनुवाद की चार पुस्तकें। दूरदर्शन के लिए भी लेखन। अजीत समाचार में देश-विदेश की यात्राओं तथा अन्य विषयों पर नियमित कॉलम का प्रकाशन। मुझे आवाज़ देना (कविता संग्रह), नीलाभ पर्वतों के रंग मेरे संग (स्वदेश यात्राएं) पंजाब भाषा विभाग से पुरस्कृत। समकालीन हिंदी कहानी के विविध संदर्भ (आलोचना) केंद्रीय हिंदी निदेशालय से पुरस्कृत। 20 वर्षों तक अध्यापन कार्य के बाद वर्तमान में लेखन एवं पत्रकारिता में सक्रिय।