Partha Chatterjee

Partha Chatterjee

पार्थ चटर्जी

पार्थ चटर्जी सेंटर फ़ॉर स्टडीज़ इन सोशल साइंसेज, कोलकाता में लम्बे समय तक प्रोफ़ेसर और निदेशक रहने के बाद वर्तमान में मानद प्रोफ़ेसर की हैसियत से संस्थान से जुड़े हुए हैं। पार्थ चटर्जी के काम में एकमुश्त राजनीतिक सिद्धान्त और इतिहासकार दोनों का मिश्रण देखा जा सकता है। उनके काम ने पिछले तीन दशकों में दक्षिण एशिया की राजनीति, राज्य और राष्ट्रवाद के त्रिकोण पर ख़ासा असर छोड़ा है। वे सबाल्टर्न स्टडीज़ के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। उनके द्वारा लिखित बीस से भी ज़्यादा किताबें उनके बहुआयामी काम की झलक देती हैं। ‘राजनीतिक समाज’ का उनका तर्क भारतीय राजनीति में उन वर्गों को राजनीति का हिस्सा बनाता है जो अब तक केवल भीड़ या जनसंख्या के रूप में ही देखे और समझे गये थे। उनकी प्रमुख पुस्तकें हैं—‘नैशनलिस्ट थॉट इन द कोलोनियल वर्ल्ड’ (1986), ‘नेशन एंड इट्स फ़्रैगमेंट्स’ (1993), ‘द ब्लैक होल ऑफ़ एम्पायर’ (2012), ‘द ट्रुथ एंड लाइज ऑफ़ नेशनलिज़्म’ (2022)।

You've just added this product to the cart: