Prabhudayal Agnihotri
प्रभुदयालु अग्निहोत्री
प्रस्तुत ग्रंथ के अनुवादक प्रभुदयालु अग्निहोत्री (1913-2008) हिंदी और संस्कृत के प्रकांड विद्वान तथा साहित्य वाचस्पति थे। उन्होंने एम.ए., पी-एच.डी. तथा हिंदी प्रभाकर तथा काव्यतीर्थ की उपाधियाँ विभिन्न विश्वविद्यालयों से प्राप्त की। उनकी अब तक पचास से अधिक पुस्तकें हिंदी एवं संस्कृत में प्रकाशित हैं, जिनमें कविता, नाटक, यात्रा वृत्तांत, जीवनी, आत्म-वृत्त, दर्शन और शोध एवं संपादन तथा कलिदास की कृतियों के हिंदी अनुवाद आदि सम्मिलित हैं। देश की विभिन्न महत्वपूर्ण संस्थाओं से सम्मानित अपने अन्यतम साहित्यिक एवं शैक्षिक योगदान के लिए भारत के राष्ट्रपति द्वारा ‘सर्टिफिकेट आफ ऑनर’ से अलंकृत डॉ. अग्निहोत्री को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वरिष्ठतम सम्मान प्रदान किया गया था।