Qurratul Ain Haider
क़ुर्रतुल ऐन हैदर
जन्म : 1927, अलीगढ़ में। लखनऊ विश्वविद्यालय से अंग्रज़ी में एम.ए.। पिता सज्जाद हैदर यात्दरम और माँ नज़र सज्जाद हैदर दोनों ही उर्दू के मशहूर लेखक। कई देशों का भ्रमण। अंग्रेज़ी पत्रिका ‘इम्प्रिंट’ और ‘इलस्ट्रेटेड वीकली ऑफ़ इंडिया’ में कई वर्षों तक कार्य किया। उर्दू की नई कहानी को शुरू करनेवालों में से एक सुश्री हैदर का पहला कहानी-संग्रह सितारों से आगे सन 1947 छपी। कहानी-संग्रह पतझड़ की आवाज पर वर्ष 1967 का साहित्य अकादमी पुरस्कार। इसके अतिरिक्त अनुवाद के लिए सोवियत लैंड नेहरु पुरस्कार (1969), पदम्श्री (1984), ग़ालिब मोदी अवार्ड (1984), इक़बाल सम्मान (1987), ज्ञानपीठ पुरस्कार (1991) आदि से सम्मानित। 1994 में साहित्य अकादमी का ‘फ़ेलो’ बनाया गया।
प्रकाशित कृतियाँ : मेरे भी सनमख़ाने (1949), सफ़ीन-ए-ग़म-ए-दिल (1953), आग का दरिया (1959), कार-ए-जहाँ दराज़ (1979), निशांत के सहयात्री (1979) ‘आखिर-ए-शव के हमसफ़र’ का रूपांतरण), गर्दिश-ए-रंग-ए-चमन (1987), चाँदनी बेगम (1990) (सभी उपन्यास); सितारों से आगे (1947), शीशे के घर (1953), पतझड़ की आवाज (1966), रौशनी की रफ़्तार (1981), यह दाग-दाग उजाता (1991), (कहानी-संग्रह); कोहे दमावन (ईरान), गुलगस्त (सोवियत संघ), सितंबर का चाँद (जापान और दक्षिण-पूर्व एशिया), जहान-ए दीगर (अमरीका) (रिपोर्ताज़)।
निधन : 21 अगस्त, 2007।