Rajan Gavas translated Gorakh Thorat

Rajan Gavas translated Gorakh Thorat

राजन गवस (जन्म : 1959) समकालीन मराठी साहित्य के एक मूर्धन्य रचनाकार। शिवाजी विश्वविद्यालय कोल्हापुर से एम.ए., पीएच.डी.। मराठी साहित्य में आपने चौंडक, भंडारभोग, धिंगाणा; कळप, तणकट तथा ब-बळीचा आदि उपन्यास तथा रिविणावायली मुंगी; आपण माणसांत जमा नाही, ढव्ह आणि लख्ख ऊन आदि कहानी-संग्रहों समेत आलोचनात्मक लेखन के जरिये भी अपना योगदान दिया है। आप साहित्य अकादेमी पुरस्कार, संस्कृति प्रतिष्ठान, वि.स. खांडेकर पुरस्कार, ग.ल. ठोकळ पुरस्कार, ह.ना. आपटे पुरस्कार, भैरूरतन दमाणी पुरस्कार समेत अनेक प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित हैं। आपकी चौंडक; भंडारभोग, रिवणावायली मुंगी रचनाओं पर मराठी में फिल्में भी बन चुकी हैं, जिनमें से जोगवा फिल्म के लिए आठ राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। संप्रति आप शिवाजी विश्वविद्यालय, कोल्हापुर से प्रोफेसर पद से अवकाश ग्रहण कर स्वतंत्र लेखन कर रहे हैं।

गोरख थोरात (जन्म : 1969) मराठी हिंदी अनुवादकों में एक प्रमुख नाम, हिंदी में आपकी अनेक आलोचनात्मक पुस्तकें भी प्रकाशित हो चुकी हैं। आपने भालचंद्र नेमाड़े कृत हिंदू-जीने का समृद्ध कबाड़, झूल (उपन्यास) तथा देखणी (कविता संग्रह), राजन गवस कृत जोगवा तथा तणकट (उपन्यास), अभिराम भड़कमकर कृत बालगंधर्व (उपन्यास), समकालीन सिंधी कथा (कहानी-संग्रह), चित्रमय भारत (चित्रकला), घदानेदार गायकी (संगीत), प्रोत (स्थापत्य कला) आदि पुस्तकों का अनुवाद किया है। आपको महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी का मामा बरेरकर पुरस्कार, अमर उजाला फाउंडेशन का भाषा बंधु पुरस्कार तथा बालगंधर्व उपन्यास के अनुवाद के लिए भी पुरस्कृत किया गया है। संप्रति आप एस.पी. कॉलेज, पुणे में हिंदी एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं।

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