Sara Rai
सारा राय
सारा राय समकालीन हिन्दी कथाकार हैं। उनका जन्म 15 सितम्बर, 1956 को हुआ। उनके तीन कहानी-संग्रह ‘अबाबील की उड़ान’, ‘बियाबान में’, ‘भूलभुलैयाँ और अन्य कहानियाँ’ और एक उपन्यास ‘चीलवाली कोठी’ प्रकाशित हैं।
उन्होंने हिन्दी, अंग्रेज़ी और उर्दू में कई किताबों के अनुवाद और सम्पादन किए हैं। उनकी अनूदित और सम्पादित पुस्तकों में ‘कज़ाकी एंड अदर मार्वेलस टेल्स’ (प्रेमचन्द), ‘हिन्दी हैंडपिक्ड फ़िक्शन्स’, ‘द गोल्डेन वेस्ट चेन’ शामिल हैं। उन्होंने शिवरानी देवी की ‘प्रेमचन्द घर में’ और कथा-संग्रह ‘कौमुदी’ का सम्पादन किया है। मुग़ल महमूद और ज़हरा राय के कहानी-संग्रह ‘महलसरा का एक खेल और अन्य कहानियाँ’ का भी सम्पादन किया।
सारा राय द्वारा (अरविन्द कृष्ण मेहरोत्रा के साथ) अनूदित विनोद कुमार शुक्ल के कथा-संग्रह ‘ब्लू इज़ लाइक ब्लू’ को 2019 में ‘अट्टा गलट्टा पुरस्कार’ और 2020 में ‘मातृभूमि पुरस्कार’ मिला। योहाना हान द्वारा किए गए सारा की कहानियों के जर्मन अनुवाद ‘इम लैबिरिंथ’ को 2019 का ‘फ़्राइडरिख़ रुकर्ट पुरस्कार’ प्राप्त हुआ है। 2020 में इसी पुस्तक को फ़्रैंकफ़र्ट के ‘वेल्टेम्पफांगर पुरस्कार’ के लिए भी नामज़द किया गया।
ईमेल : sararai11@gmail.com