Vandana Mukesh
डॉ. वंदना मुकेश
डॉ. वंदना मुकेश (12 सितंबर 1969, भोपाल) विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन से स्नातक, पुणे विद्यापीठ से अंग्रेज़ी व हिंदी में प्रथम श्रेणी से स्नातकोत्तर एवं हिंदी में पी.एच.डी की उपाधि। इंग्लैंड से क्वालिफाईड टीचर स्टेटस एवं CELT। सन् 2002 से इंग्लैंड में बस गई सुश्री वंदना मुकेश की कुछ चर्चित पुस्तकें हैं :- नौंवे दशक का हिंदी निबंध साहित्य एक विवेचन, ‘मौन मुखर जब’ (काव्य संग्रह)। इन्होंने मराठी में कुछ अनुवाद और कई पुस्तकों का संपादन भी किया है। यू.के. में स्थानीय टी.वी. चैनल पर काव्य पाठ, बी.बी.सी. वैस्ट मिडलैंड्स रेडियो, आकाशवाणी पुणे से काव्य-पाठ एवं वार्ताएँ प्रसारित।
इन्हें विश्व हिंदी साहित्य परिषद, दिल्ली द्वारा ‘सृजन भारती’ सम्मान 2016, भारतीय उच्चायोग, लंदन द्वारा डॉ. लक्ष्मीमल सिंघवी अनुदान-सम्मान 2014, यू.के. क्षेत्रीय हिंदी सम्मेलन 2011, में हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिये भारत सरकार द्वारा विशिष्ट सम्मान सहित कई प्रतिष्ठित सम्मान भी मिले हैं।
संप्रति – इंग्लैंड में प्रयोजनमूलक अंग्रेजी की प्राध्यापिका एवं हिंदी में स्वतंत्र लेखन।