Vipin Kumar Agarwal

Vipin Kumar Agarwal

विपिन कुमार अग्रवाल

1952 से प्रयाग विश्वविद्यालय में भौतिक विज्ञान का अध्यापन एवं शोध कार्य।

नाटक-संग्रह : तीन अपाहिज।

कविता-संग्रह : नंगे पैर।

निबंध-संग्रह : आधुनिकता के पहलू।

नाटक: लोटन।

वीरेन्द्र प्रकाश

हार्वर्ड विश्वविद्यालय, कैम्ब्रिज, अमेरिका से मास्टर्स उपाधि प्राप्त भारतीय प्रशासनिक सेवा में देश-विदेश में उच्च पदों के अनुभव से सम्पन्न वीरेन्द्र प्रकाश हिन्दुओं की हजार वर्ष से अधिक तक चली अवनति के कारणों के जिज्ञासु व विचारक ह®। अपने लम्बे प्रशासनिक कैरियर में दो बार उन्होंने पृथकतावादी, सशस्त्र विद्रोह को आमने- सामने से देखा व सँभाला है – पहले तो साठ के दशक के मध्य में मणिपुर के डिप्टी कमिश्नर के पद से उत्तर में नागा और दक्षिण में मीज़ो विद्रोहों को और फिर नौवें दशक के प्रारम्भिक वर्षों में जम्मू व कश्मीर में दो गवर्नरों के सलाहकार के रूप में।

भारत के विभिन्न भागों के अतिरिक्त उन्होंने तीन वर्ष नेपाल में भारतीय सहायता मिशन के अध्यक्ष व दो वर्ष युगाण्डा में विश्व ब®क सलाहकार के रूप में बहुमूल्य अंतर्राष्ट्रीय अनुभव प्राप्त किया। दिल्ली में मुख्य सचिव व भारत सरकार में सचिव के पदों का दायित्व निभाने के बाद सेवानिवृत्ति के उपरांत उन्होंने एक कमीशन और एक उच्च अधिकार – सम्पन्न समिति की अध्यक्षता कर लोक प्रशासन को अपने अध्ययन व अनुभव का लाभ प्रदान करने का प्रयास किया।

दिल्ली संघ क्षेत्र के अपने लम्बे कार्यकाल में उन्होंने संघ परिवारवालों के मन-मस्तिष्क को सूक्ष्म रूप में निकटता से जाना-बूझा जिसका परिणाम इस कृति में स्पष्ट परिलक्षित होता है।

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