Aangan Mein Ek Vriksha

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Aangan Mein Ek Vriksha

Aangan Mein Ek Vriksha

199.00 149.00

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199.00 149.00

Author: Dushyant Kumar

Availability: 5 in stock

Pages: 144

Year: 2024

Binding: Paperback

ISBN: 9788183613750

Language: Hindi

Publisher: Radhakrishna Prakashan

Description

आँगन में एक वृक्ष

दुष्यन्त कुमार ने बहुत-कुछ लिखा पर जिन अच्छी कृतियों से उनके रचनात्मक वैभव का पता चलता है, यह उपन्यास उनमें से एक है। उपन्यास में एक सामन्ती परिवार और उसके परिवेश का चित्रण है। सामन्त जमीन और उससे मिलनेवाली दौलत को कब्जे में रखने के लिए न केवल गरीब किसानों, अपने नौकर-चाकरों और स्त्रियों का शोषण और उत्पीड़न करता है, बल्कि स्वयं को और जिन्हें वह प्यार करता है, उन्हें भी बर्बादी की तरफ ठेलता है, इसका यहाँ मार्मिक चित्रण किया गया है।

उपन्यास बड़ी शिद्दत से दिखाता है कि अन्ततः सामन्त भी मनुष्य ही होता है और उसकी भी अपनी मानवीय पीड़ाएँ होती हैं, पर अपने वर्गीय स्वार्थ और शोषकीय रुतबे को बनाए रखने की कोशिश में वह कितना अमानवीय होता चला जाता है, इसका खुद उसे भी अहसास नहीं होता। उपन्यास के सारे चरित्र चाहे वह चन्दन, भैनाजी, माँ, पिताजी और मंडावली वाली भाभी हों या फिर मुंशीजी, यादराम, भिक्खन चमार आदि निचले वर्ग को हों – सभी अपने परिवेश में पूरी जीवन्तता और ताजगी के साथ उभरते हैं।

उपन्यासकार कुछ ही वाक्यों में उनके पूरे व्यक्तित्व को उकेरकर रख देता है। और अपनी परिणति में कथा पाठक को स्तब्ध तथा द्रवित कर जाती है। दुष्यन्त कुमार की भाषा के तेवर की बानगी यहाँ भी देखने को मिलती है – कहीं एक भी शब्द न फालतू, न सुस्त। अत्यन्त पठनीय तथा मार्मिक कथा-रचना।

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Authors

Binding

Paperback

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Pages

Publishing Year

2024

Pulisher

Language

Hindi

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