Asmita Ki Agni Pariksha
₹85.00 ₹70.00
- Description
- Additional information
- Reviews (0)
Description
अस्मिता की अग्नि परीक्षा
बलात्कार कुंठित पुरुष का ऐसा अस्त्र है, जिसका इस्तेमाल वह एक महिला के बढ़ते कदम को रोकने के लिए तो करता ही है साथ ही समूचे स्त्री-जगत के मन में दहशत पैदा कर देता है। किसी के झूठे अहंकार या कुत्सित भावना की शिकार महिला जब समाज के सामने इंसाफ की उम्मीद से जाती है तो उसे हर कदम पर अग्नि-परीक्षा देनी होती है, ऐसी अग्नि-परीक्षा जिसमें वह हर पल, हर कदम पर जलती-झुलसती है। बलात्कार से पीड़ित महिला को पुलिस और अदालतों में भी अपमान, शोषण और दोहरे नजरिए की लपटों का साक्षी होना पड़ता है।
यह पुस्तक बलात्कारी के मनोविज्ञान, परिवार, पुलिस, पड़ोस और कानून की उलझनों में फंसी औरत की मानसिक स्थिति का आकलन प्रस्तुत करती है। कई प्रकरणों के माध्यम से इसमें यह भी बताया गया है कि किस प्रकार कानून की पेचीदगियों का फायदा उठा कर बलात्कारी निर्लज्जता से पीड़िता को ही कटघरे में खड़ा करता रहता है।
सूचना प्रसारण मंत्रालय के भारतेंदु पुरस्कार से सम्मानित यह पुस्तक समाज के उस सत्य को सामने लाती है जिसे पढ़ कर रौंगटे खड़े हो जाते हैं।
अनुक्रम
★ दो शब्द
★ खंड – 1 (समाज की दूषित मानसिकता पर स्त्री की बिसात)
★ खंड – 2 (स्वपीड़ा की अग्नि-परीक्षा)
★ खंड – 3 (समीज की अग्नि-परीक्षा)
★ खंड – 4 (पुलिस का रवैया)
★ खंड – 5 (कानून की अग्नि-परीक्षा)
★ खंड – 6 (अग्नि-परीक्षा के मर्मस्पर्शी पल)
★ खंड – 7 (रोशनी के द्वार पर संभावना की दस्तक)
Additional information
Authors | |
---|---|
Binding | Paperback |
ISBN | |
Language | Hindi |
Pages | |
Publishing Year | 2017 |
Pulisher |
Reviews
There are no reviews yet.