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Description
छह बीघा ज़मीन
ओड़िया के अप्रतिम कथाकार फकीरमोहन सेनापति द्वारा लिखित कालजयी उपन्यास छमाण आठगुंठ का हिंदी अनुवाद है। इस उपन्यास को लेखक ने पचपन बरस की पूरी परिपक्व अवस्था में लिखा था और इसके बाद वे बीस बरस और जिए थे। अंग्रेजी की अत्यंत स्वल्प और सामान्य शिक्षा लेकर वह ओड़िशा के विभिन्न भागों में शासन कार्य का भार सँभालते रहे थे और इस प्रकार उन्होंने जनता की दशा का प्रत्यक्ष ज्ञान प्राप्त कर लिया था। इस भरपूर और बहुरंगी अनुभव को आत्मसात् करने से जो फल प्रसूत हुआ, वही है यह छह बीघा ज़मीन।
चित्रण-दोषों से सर्वथा मुक्त चरित्रांकन, वास्तविकता के लिए जीवन-चित्र तथा लेखक की अनुकरणीय शैली ने छह बीघा जमीन को कला के चरम उत्कर्ष की एक कृति बना दिया है। कालांतर में इस कथा तथा इसमें विवेचित समस्याओं की अर्थवत्ता का महत्त्व घट सकता है, परंतु मानव-स्वभाव के मौलिक तथ्य तथा जीवन के मौलिक मूल्य फिर भी सदा बने रहेंगे और ओड़िया साहित्य के चरम उत्कर्ष की एक कृति के रूप में इस पुस्तक ने आकर-साहित्य का जो पद प्राप्त किया है, उसके गुण सदा अक्षुण्ण रहेंगे।
Additional information
Authors | |
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Binding | Paperback |
Language | Hindi |
ISBN | |
Pages | |
Publishing Year | 2023 |
Pulisher |
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