Door Se Dekha Hua
Door Se Dekha Hua
₹650.00 ₹550.00
₹650.00 ₹550.00
Author: Sunil Gangopadhyay
Pages: 268
Year: 2019
Binding: Hardbound
ISBN: 9788183614139
Language: Hindi
Publisher: Radhakrishna Prakashan
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Description
दूर से देखा हुआ
सामाजिक विडम्बनाओं, विसंगतियों, आर्थिक विषमताओं से उपजी भयावह स्थितियों का संवेदनशील अवलोकन करती कहानियाँ। अन्याय, शोषण और गरीबी के साथ हो रहे जुल्मों को रेखांकित कर ये कहानियाँ यह भी सोचने पर विवश करती हैं कि आजाद मुल्क में अन्तिम आदमी के लिए संविधान द्वारा किए गए वादों को कितना पूरा किया गया है ? समतामूलक समाज का सपना आज किस दशा में है और गरीबी उन्मूलन की कल्पना कहाँ धराशायी हो गई है? सदियों से नारी पूजनीय तो है पर उसे पुरुष समाज ने अपेक्षित आदर नहीं दिया बल्कि अपनी जिस्मानी आग में उसकी आहुति देता रहा। गरीब समाज की लड़कियों के पेट की भूख तो तन ही बेच कर बुझती है।
ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण नारकीय जीवन स्थितियों के मार्मिक दस्तावेज भी इन कहानियों में मिलेंगे। लेखक ने अपनी इन कहानियों के माध्यम से उस समाज और संस्कृति का भी परिचय कराया है जो आज विलुप्त होने की स्थिति में है, अतीत का हिस्सा बनती जा रही है। संग्रह की कुछ कहानियों में देशज और लोक-प्रचलित शब्दों का प्रयोग विशेष ध्यान खींचता है। बहुरंगी और विविध भावना-संसार की सर्जना करने वाली पठनीय कहानियों का एक सम्पूर्ण और संग्रहणीय संकलन।
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Binding | Hardbound |
ISBN | |
Language | Hindi |
Pages | |
Publishing Year | 2019 |
Pulisher |
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