Ek Aurat Hepshiya Bhi Thi

-20%

Ek Aurat Hepshiya Bhi Thi

Ek Aurat Hepshiya Bhi Thi

125.00 100.00

In stock

125.00 100.00

Author: Habib Tanvir

Availability: 3 in stock

Pages: 86

Year: 2005

Binding: Paperback

ISBN: 9789387330726

Language: Hindi

Publisher: Vani Prakashan

Description

एक औरत हिपेशिया भी थी

अक्ल की दुनिया में जिस कदर भी थी वो सब एक शख़्स में समाई थी एक औरत हिपेशिया भी थी। शक्ल महताब हुस्न की पहली जिससे दुनिया में रोशनी फैली। एक औरत हिपेशिया भी थी। अक्ल की वैसी दिल की भी वैसी उसको हर शख्स से थी हमदर्दी आप अपनी मिसाल थी वैसी एक औरत हिपेशिया भी थी। उसके क्या-क्या हुनर मैं गिनवाऊँ कम हैं जितना भी उसके गुन गाऊँ एक औरत हिपेशिया भी थी।`

Additional information

Authors

Binding

Paperback

ISBN

Language

Hindi

Pages

Publishing Year

2005

Pulisher

Reviews

There are no reviews yet.


Be the first to review “Ek Aurat Hepshiya Bhi Thi”

You've just added this product to the cart: