Gadya Ka Parviesh

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Gadya Ka Parviesh

Gadya Ka Parviesh

350.00 265.00

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350.00 265.00

Author: Vishwanath Prasad Tiwari

Availability: 4 in stock

Pages: 200

Year: 2012

Binding: Hardbound

ISBN: 9789382114154

Language: Hindi

Publisher: Kitabghar Prakashan

Description

गद्य का परिवेश

प्रस्तुत पुस्तक में हिंदी के महत्त्वपूर्ण गद्य लेखकों (प्रेमचंद, निराला, महादेवी वर्मा, नंददुलारे वाजपेयी, लक्ष्मीनारायण मिश्र, जैनेंद्र कुमार, अज्ञेय, हजारीप्रसाद द्विवेदी, रामविलास शर्मा, नेमिचंद्र जैन, विद्यानिवास मिश्र, निर्मल वर्मा आदि) पर नई दृष्टि से गंभीर विचार हुआ है। इसमें आलोच्य लेखकों को नए कोणों से देखने तथा उनकी शक्ति और सामर्थ्य को पहचानने की कोशिश की गई है। इसमें कुछ विशिष्ट गद्यकारों के उन पक्षों पर लिखा गया है, जिन पर प्रायः कम विचार हुआ है। जैसे कि प्रेमचंद की दलित संदर्भ की कहानियों पर या निराला, अज्ञेय, जैनेंद्र कुमार, निर्मल वर्मा के आलोचक और विचारक रूप पर।

यह एक तटस्थ और निर्भीक विश्लेषण तथा सहृदय मूल्यांकन करने वाली कृति है। प्रसिद्ध कवि-आलोचक डा. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी स्वयं एक सर्जनात्मक गद्यकार हैं, जिन्होंने संस्मरण और यात्रा की कई मूल्यवान कृतियां लिखी हैं। उनके इन आलोचनात्मक निबंधों में उनकी रचनात्मक अंतर्दृष्टि के दर्शन होते हैं। साथ ही एक गंभीर पाठक की संतुलित बेधक दृष्टि के भी। हिंदी गद्य के एक मूल्यवान अंश का साक्षात्कार करने वाली यह पुस्तक निश्चय ही पाठकों के लिए उपयोगी और मूल्यवान होगी।

Additional information

Authors

Binding

Hardbound

ISBN

Language

Hindi

Pages

Publishing Year

2012

Pulisher

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