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Description
हिन्दी : वैश्विक आयाम
यह पुस्तक देश-विदेश में मौजूद, हिंदी के मूर्धन्य विद्वानों के लेखों का संकलन है। ये लेख वर्तमान में हिंदी की दशा-दिशा को प्रदर्शित करते हैं। पुस्तक नई शिक्षा नीति में भारतीय भाषाओं की महत्ता, वर्तमान में लिखे जा रहे प्रवासी साहित्य, अनुवाद, सांस्कृतिक संप्रेषण, हिंदी की क्षेत्रगत विभिन्नताएँ, संयुक्त राष्ट्र में हिंदी भाषा की स्थिति, कृत्रिम मेधा में हिंदी आदि अनेक बहुआयामी विषयों पर पाठकों का ध्यान आकर्षित करती है और उन्हें वैश्विक परिदृश्य में हिंदी को, भाषा के साथ-साथ भाव के रूप में समझने में भी मदद करती है।
प्रस्तुत पुस्तक फिजी में आयोजित होने वाले 12वें विश्व हिंदी सम्मेलन हेतु विशेष रूप से तैयार की गई है। विश्व में हिंदी को उसकी पहचान दिलाने, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी के प्रति जागरूकता पैदा करने, समय-समय पर हिंदी की विकास यात्रा का आकलन करने, लेखकों तथा पाठकों के बीच हिंदी को प्रचारित-प्रसारित करने और विश्व भर में फैले हिंदी भाषियों के भावुकतापूर्ण रिश्तों को और अधिक गहराई प्रदान करने हेतु, भारत सरकार द्वारा प्रत्येक तीन वर्ष के अंतराल पर विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया जाता है।
Additional information
Authors | |
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Binding | Paperback |
ISBN | |
Language | Hindi |
Pages | |
Publishing Year | 2023 |
Pulisher |
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