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Description
हमनवाई न थी
हमनवाई न थी शुरू से आखीर तक एक प्रेम कथा है। लेकिन तसनीम खान के इस उपन्यास को ढेर सारी प्रेम कथाओं की कतार में नहीं रखा जा सकता। क्योंकि यह निरी प्रेम कथा नहीं है, हमारे समकाल में छाये एक ख़ौफ का ख़ामोश प्रतिकार भी है। इस प्रेम कथा में प्रेमी हिन्दू है और प्रेमिका मुस्लिम। प्रेमी यानी शिवेन और प्रेमिका यानी सनम उस्मानी का प्यार कालेज के दिनों में परस्पर आकर्षण से शुरू होता है और फेसबुक तथा वाट्सऐप के जरिए परवान चढ़ता है।
Additional information
Authors | |
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Binding | Paperback |
ISBN | |
Language | Hindi |
Pages | |
Publishing Year | 2024 |
Pulisher |
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