- Description
- Additional information
- Reviews (0)
Description
कबीर के आलोचक
यह पुस्तक कबीर पर मेरी बड़ी योजना का एक हिस्सा है इस में मैंने कबीर के ब्राह्मणवादी समीक्षकों को समझना चाहा है। इसमें पता चलता है कि ब्राह्मणवादी समीक्षकों ने कबीर के दर्शन और सामाजिक सन्देश के प्रति तनिक भी सम्मान नहीं बरता। उन्होंने कबीर की नहीं बल्कि कबीर के भीतर रामानन्द ब्राह्मण को बैठाकर उसकी प्रशंसा की है। मूल कबीर से ये भी बचते रहे हैं। इनकी यह भी कोशिश रही है कि कहीं यह सिद्ध न हो जाए कि कबीर दलितों के किसी पुराने धर्म के प्रचारक एवं अपने किसी नए धर्म के प्रवर्तक थे। उन सबका उद्देश्य इस सम्भावना पर रोक लगाना है कि हिन्दू धर्म को छोड़ कर भारत के दलितों का कोई नया या अलग धर्म भी हो सकता है।
– भूमिका से
अनुक्रम
- अध्याय 1
कबीर का समय : जन्म और उनकी मृत्यु
- अध्याय 2
अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ का पहला आक्रमण
- अध्याय 3
डॉ. श्याम सुन्दर दास का दूसरा आक्रमण
- अध्याय 4
आचार्य रामचन्द्र शुक्ल का कबीर पर वार
- अध्याय 5
डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी : सूर्य पर पूरा ग्रहण
- अध्याय 6
आचार्य परशुराम चतुर्वेदी : समन्वय का झूठ
- अध्याय 7
डॉ. रामनिवास चंडक : कबीर का दाह संस्कार
- सन्दर्भ साहित्य
Additional information
Authors | |
---|---|
Binding | Hardbound |
ISBN | |
Language | Hindi |
Pages | |
Publishing Year | 2015 |
Pulisher |
Reviews
There are no reviews yet.