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श्री यशपाल जी कृत
संकट मोचिनी कालिका सिद्धि
त्वमाद्या परमा शक्तिः सर्व शक्ति स्वरूपिणी।
तव शक्तया वयं शक्ताः सृष्टि स्थितिलयादिषु।।
श्री शिवजी ने कहा-तुम ही आद्या अर्थात जब कुछ नहीं था तब केवल तुम ही वर्तमान थीं और तुम ही परम आद्या शक्ति हो। तुम ही सभी शक्तियों का स्वरूप हो। तुमसे ही शक्ति प्राप्त करके मैं शक्तिवान बनता हूँ। जिस कारण सृष्टि, स्थिति और संहार कर पाने में सक्षम होता हूँ।
Additional information
Authors | |
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Binding | Paperback |
ISBN | |
Language | Hindi |
Pages | |
Publishing Year | 2015 |
Pulisher |
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