Keshar Kasturi
Keshar Kasturi
₹250.00 ₹188.00
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Author: Shivmurti
Pages: 140
Year: 2023
Binding: Paperback
ISBN: 9788126728961
Language: Hindi
Publisher: Rajkamal Prakashan
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Description
केशर कस्तूरी
आधुनिक हिन्दी कहानी में सबसे अलग उभरकर जो एक नाम आता है, वह है- शिवमूर्ति का। शिवमूर्ति को पढ़ने का अर्थ है-उत्तर भारत के गाँवों को उसकी समग्रता में जानना। गाँव ही शिवमूर्ति की प्रकृत लीला-भूमि है। इसे केन्द्रित करके उनका कथाकार दूर-दूर तक मँडराता है। गाँव की रीति-रिवाज, ईर्ष्या-द्वेष, राग-विराग, जड़ों में धँसे संस्कार, प्रकृत यौन-बुभुक्षा, पर्त-दर-पर्त उजागर होता वर्णवादी-वर्गवादी शोषण मूल्यहीन राजनीति और उनके बीच भटकती लाचार जिन्दगियाँ…….
प्रकृतवाद में वे जोला के आस-पास दिखते हैं तो पात्रों के जीवन्त चित्रण में गोर्की के समीप। संवादों का ध्वन्यात्मकता से वे सतीनाथ भादुड़ी और रेणु की याद दिलाते हैं तो विम्ब-विधान में जैक लण्डन की। पर इन सबके बावजूद शिवमूर्ति का जो ‘अपना’ है, वह कहीं और नहीं।
लोग हैरान रह जाते हैं यह देखकर कि जब स्वयं जनवादियों की कहानियों में ‘जन’ दिनोंदिन दूर होते जा रहे हैं, बिना घोषित जनवादी हुए शिवमूर्ति की कहानियाँ जन के इतने करीब कैसे हैं !
शिवमूर्ति के साथ ही हिन्दी कहानी में पुन: कथारस वापसी हुई है। आज कहानी में पठनीयता के संकट का सवाल उठा हुआ है, शिवमूर्ति इस सवाल का मुकम्मल जवाब हैं।
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Binding | Paperback |
ISBN | |
Language | Hindi |
Pages | |
Publishing Year | 2023 |
Pulisher |
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