Koormanchali Ki Kavitayein

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Koormanchali Ki Kavitayein

Koormanchali Ki Kavitayein

250.00 188.00

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250.00 188.00

Author: Manohar Shyam Joshi

Availability: 5 in stock

Pages: 122

Year: 2013

Binding: Hardbound

ISBN: 9789350724286

Language: Hindi

Publisher: Vani Prakashan

Description

कूर्मांचली की कविताएँ

आओ सुनें चुपचाप चिड़िया का गान ! ‘‘काफल पाको त्वील नी चाखो’’ की मधुर तान ! सुनें उसे बस और कुछ न सुनें, कुछ न करें, बस सुनें सुनें, सुनते रहें चुपचाप ! न गिनें कि जंगल में देवदारु कितने हैं ? कितने बाँज ? चीड़ कितने हैं ? न सुनें वायु का रुदन झरनों की छल छल कल कल पत्तों की सर सर खर खर झींगुरों की झिंग झनन झनन ! कुछ न करें बस लेटे रहें पास पास घास पर सुनते रहें चिड़िया का गान ‘‘काफल पाको त्वील नी चाखो’’ की मधुर तान जब तक अनायास ही हमारे होंठों से प्यास किसी पिछले जीवन की न फूट पड़े बन ‘‘काफल पाको मील नी चाखो’’ की मधुर तान !

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Authors

Binding

Hardbound

ISBN

Language

Hindi

Pages

Publishing Year

2013

Pulisher

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