-15%
- Description
- Additional information
- Reviews (0)
Description
क्या हाल सुनावाँ नरेन्द्र मोहन जी की आत्मकथा है….
Additional information
Authors | |
---|---|
Binding | Hardbound |
ISBN | |
Pages | |
Publishing Year | 2015 |
Pulisher | |
Language | Hindi |
₹390.00 ₹330.00
₹390.00 ₹330.00
Author: Narendra Mohan
Pages: 216
Year: 2015
Binding: Hardbound
ISBN: 9789385054365
Language: Hindi
Publisher: Kitabghar Prakashan
क्या हाल सुनावाँ नरेन्द्र मोहन जी की आत्मकथा है….
Authors | |
---|---|
Binding | Hardbound |
ISBN | |
Pages | |
Publishing Year | 2015 |
Pulisher | |
Language | Hindi |
नरेन्द्र मोहन
डॉ. नरेन्द्र मोहन कवि, नाटककार और आलोचक के रूप में सुविख्यात नरेन्द्र मोहन का जन्म 30 जुलाई, 1935 को लाहौर (अब पाकिस्तान) में हुआ। अपनी कविताओं (कविता-संग्रह) इस हादसे में (1975), सामना होने पर (1979), एक अग्निकांड जगहें बदलता (1983), हथेली पर अंगारे की तरह (1990), संकट दृश्य का नहीं (1993), एक सुलगती ख़ामोशी (1997), एक खिड़की खुली है अभी (2005), नीले घोड़े का सवार (2008), रंग आकाश में शब्द (2012) द्वारा वे नए अंदाज़ में कविता की परिकल्पना करते रहे हैं तथा नई संवेदना और प्रश्नाकुलता को विकसित करने में उनकी खास भूमिका रही है।
Reviews
There are no reviews yet.