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Description
नारी शरीर के रहस्य
नारी शरीर के रहस्य सरल और दिलचस्प शैली में रची गई अनूठी पुस्तक है। इसमें नारी शरीर के भीतर छुपी विराट दुनिया, उसके सातों सुरों और सम्पूर्ण रागों की सुरुचिपूर्ण प्रामाणिक व्याख्या है।
किशोर अवस्था से प्रौढ़ा होने तक नारी के शरीर में क्या-क्या परिवर्तन आते हैं-तरुणाई में तन-मन कैसे सयानेपन की ओर बढ़ एक नया सफर शुरू करते हैं, कैसे और कब मासिक-धर्म की शुरुआत होती है, हर चन्द्र मास के साथ स्त्री की देह की आंतरिक लय-ताल में क्या-क्या परिवर्तन आते हैं, कैसे वह अपने भीतर नए जीवन का बीज रोपने की तैयारी करती है, और कैसे रजोनिवृत्ति का समय आने पर वह मासिक चक्र के बन्धन से मुक्त हो जाती है, इसका साफ-सुथरा वर्णन हमें इस पुस्तक में मिलता है।
जानकारियों ऐसी की ये न सिर्फ हर स्त्री के लिए उपयोगी हैं, बल्कि पुरुषों के लिए भी बोधकर हैं, इससे वह अपनी संगिनी के तन-मन की भाषा पढ़ सकता है।
Additional information
Authors | |
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Binding | Hardbound |
ISBN | |
Pages | |
Publishing Year | 2006 |
Pulisher | |
Language | Hindi |
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