Notice 2

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Author: Raju Sharma

Availability: 5 in stock

Pages: 367

Year: 2022

Binding: Paperback

ISBN: 9789391277925

Language: Hindi

Publisher: Setu Prakashan

Description

नोटिस 2

एक कथाकार के रूप में राजू शर्मा ने लम्बी यात्रा पूरी की है। अब तक उनके चार उपन्यास प्रकाशित हो चुके हैं। चार कहानी संग्रह भी। ‘नोटिस-2’ और ‘व्यभिचारी’ उनके फुललेन्थ नॉवेल तो नहीं हैं, न लम्बी कहानी ही हैं। अपनी सुविधा के लिए हम इन्हें उपन्यासिका कह रहे हैं। पर इन दो पुस्तकों में समाहित पाँच रचनाएँ विधा की संरचनाओं के सन्दर्भ में हमें भ्रमित करती हैं। भ्रम का एक बड़ा कारण यह है कि नोटिस नाम से ही इनकी एक रचना प्रकाशित हुई थी, जो कहानी के रूप में प्रशंसित और चर्चित रही है। वस्तुतः ये रचनाएँ अपने औपन्यासिक विजन, एपेक्लिटी (महाकाव्यात्मक अन्तर्वस्तु) और आकार के अन्तर्संघात, साथ ही अतिक्रमण, से निर्मित हुई हैं। अपने इन गुणों के कारण ये रचनाएँ पाठकों को आमन्त्रित-आकर्षित करेंगी, तो चुनौती भी प्रस्तुत करेंगी। इन दो पुस्तकों में सम्मिलित पाँच उपन्यासिकाएँ हैं- नोटिस 2, हमसैनिक फार्म्स की बदौलत, चुनाव के समक्षणिक सितम; व्यभिचारी, लवर्स।

ये उपन्यासिकाएँ जीवन से गहरी आसक्ति और गम्भीर राजनीतिक समझ से निर्मित हैं। जीवन की डिटेलिंग इस आसक्ति और समझ को ऊर्ध्व और ऊर्जावान बनाती है।

आशा है पाठक इन रचनाओं का स्वागत करेंगे।

कभी उसे क्रोध होता है… जितना उसकी प्रौढ़ता जनित कर पाती है। या सहन कर सकती है। क्या वह कभी किसी आइडियोलॉजी की पनाह में खिंचेगा? आदर्श और यूटोपिया का कोई मजमून… मज़हब, भक्ति के चुंबक ?… इधर के झूठ, हिंसा, बेरहमी, हत्या और नफ़रत उसे नित्य दिखाई देंगे…। वह किस तरह उनके साथ, उनके बीच अपनी जगह बनाएगा, उन गिनती के उसूलों के सहारे जिनका साथ उसने बचपन से नहीं छोड़ा। हम कयास ही लगा सकते हैं। पर इसका पॉइंट भी क्या बनता है ? ये कथा आगे का नहीं जान सकती। पर बहुतेरे हैं जो समझते हैं वे जानते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं कि अकेले उनकी या एक की तक़दीर में क्या बदा है। उन्हें तो 125 करोड़ के देश के भविष्य और भूत का सारा कुछ पता है।

ये तो नोटिस 3 ही बता सकेगा कि समझावन के साथ आगे के सालों में क्या हुआ। अगर उसका वक्त कभी आया तो…! और आप, हम, समाज सुनने या पढ़ने की स्थिति में तब हुए तो !

– इसी पुस्तक से

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Authors

Binding

Paperback

ISBN

Language

Hindi

Pages

Publishing Year

2022

Pulisher

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