Patjhad Mein Vasant

-20%

Patjhad Mein Vasant

Patjhad Mein Vasant

299.00 239.00

In stock

299.00 239.00

Author: Shila Jhunjhunwala

Availability: 5 in stock

Pages: 144

Year: 2023

Binding: Paperback

ISBN: 9789355184382

Language: Hindi

Publisher: Vani Prakashan

Description

पतझड़ में वसन्त

पतझड़ में वसन्त – पतंजलि का एक सूत्र है : “मन जब दर्द या नकारात्मक विचारों से विचलित हो तो विपरीत विचारों के बारे में सोचना शुरू कर देना चाहिए।” इसी बात को सेंट पॉल कहते हैं : “जैसे आप अँधेरे से लड़ नहीं सकते हैं वैसे ही दर्द से भी लड़ नहीं सकते पर जिस तरह रोशनी में सब कुछ स्पष्ट हो जाता है वैसे ही चेतना में जब उस पल को स्वीकार कर लेते हैं तब दर्द और हमारे विचारों के बीच का जोड़ टूट जाता है-उसका रूपान्तरण हो जाता है। हमारी चेतना की आग में दर्द इंधन की तरह जल जाता है।”

ओशो का भी यही कहना है : “उदासी और दर्द को हमें घेरने की आदत है वह अपनी पकड़ छोड़ना नहीं चाहता, पर कोशिश करते रहने पर छूटे न भी, राहत आनी सम्भव है। यह दर्द के घेरे को तोड़कर जीवन की नयी शुरुआत करने के लिए ज़रूरी है। बस इसके लिए एक कोशिश की ज़रूरत है।” इसी सूत्र पर आधारित है मेरा यह उपन्यास पतझड़ में वसन्त।

Additional information

Authors

Binding

Paperback

ISBN

Language

Hindi

Pages

Publishing Year

2023

Pulisher

Reviews

There are no reviews yet.


Be the first to review “Patjhad Mein Vasant”

You've just added this product to the cart: