Pratinidhi Kahaniyan : Qurratul Ain Haider
Pratinidhi Kahaniyan : Qurratul Ain Haider
₹195.00 ₹160.00
₹195.00 ₹160.00
Author: Qurratul Ain Haider
Pages: 179
Year: 2018
Binding: Hardbound
ISBN: 9788171785254
Language: Hindi
Publisher: Rajkamal Prakashan
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Description
प्रतिनिधि कहानियाँ : क़ुर्रतुल ऐन हैदर
प्रतिनिधि कहानियाँ – क़ुर्रतुल ऐन हैदर उर्दू भाषा के सशक्त और चर्चित कथाकारों में हैं। मंटो, कृष्णचन्दर, बेदी और इस्मत चुग़ताई के बाद उभरनेवाली पीढ़ी में उनका महत्त्वपूर्ण स्थान है।
क़ुर्रतुल ऐन हैदर की कहानियाँ प्रचलित प्रगतिशील कहानियों के मुक़ाबले नई शैली, नये माहौल और नई दुनिया का सामने लाती हैं। इनकी कहानियों में उच्च वर्ग, ग्लैमर भरा जीवन, अतीत की स्वप्नीली ख़ूबसूरत यादें, रिश्तों के टूटने, खानदानों के बिखरने और अतीत के उत्कृष्ट मानवीय मूल्यों के चूर-चूर हो जाने की त्रासदी का बेहद सूक्ष्म चित्रण मिलता है।
क़ुर्रतुल ऐन हैदर समाज में औरत की कमज़ोरी और बेबसी को उसकी पूरी सच्चाई के साथ स्वीकारने का हौसला रखती हैं। उन्होंने इसी सच्चाई को अपने कथा साहित्य में ईमानदारी से प्रस्तुत करने का भरसक प्रयत्न किया है।
यहाँ संकलित ‘कोहरे के पीछे’, ‘जिन बोलो तारा-तारा’, ‘हसब-नसब’, ‘आवारागर्द’ जैसी यथार्थवादी कहानियों के साथ ‘रौशनी की रफ़्तार’ जैसी कहानियाँ भी शामिल हैं जो उनकी सृजनशक्ति के नए आयामों को उद्घाटित करती है।
क़ुर्रतुल ऐन हैदर की कहानियाँ अपनी विषयवस्तु, चरित्र-सृष्टि, तकनीक, भाषा और शैली हर लिहाज़ से उर्दू कहानी साहित्य में उल्लेखनीय ‘इज़ाफा’ मानी जा सकती हैं। इनसान और इनसानियत पर गहरा विश्वसास उनकी कहानी-कला और चिन्तन का केन्द्र बिन्दु है। इनकी कहानियों में प्रेम और घृणा, ख़ुशियाँ और ग़म, सुन्दरता और कुरूपता एक साथ मौजूद हैं।
अनुक्रम | ||||||
कोहरे के पीछे | 7 | |||||
नज्जारा दरम्याँ है | 30 | |||||
हसब-नसब | 47 | |||||
लकड़बग्गे की हँसी | 67 | |||||
दो सय्याह | 86 | |||||
आवारागर्द | 98 | |||||
अकसर इस तरह से भी रक्से फुगाँ होता है | 108 | |||||
फोटोग्राफर | 124 | |||||
जिन बोलो तारा-तारा | 132 | |||||
रौशनी की रफ्तार | 148 |
Additional information
Authors | |
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Binding | Hardbound |
ISBN | |
Pages | |
Publishing Year | 2018 |
Pulisher | |
Language | Hindi |
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