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Description
राष्ट्रीय एकता और हिन्दी भाषा
दैवकृपा से हमारे भारत राष्ट्र की अपनी एक राष्ट्रभाषा है और वह है हिंदी। हिंदी सिर्फ हमारी भाषा ही नहीं, हमारी पहचान भी है; हमारी आन, बान और शान भी है। राष्ट्रभाषा हिंदी के विभिन्न आयामों, पक्षों और पहलुओं को समेटती इस पुस्तक में हिंदी की गौरवशाली विकास-यात्रा, स्वाधीनता आंदोलन में हिंदी की भूमिका, भारतीय संविधान में हिंदी की स्थिति, मीडिया में हिंदी, राष्ट्रीय एकता में हिंदी का अवदान, विश्व फलक पर हिंदी की अवस्थिति तथा राजभाषा के रूप में हिंदी आदि अध्यायों के माध्यम से विस्तृत रूप से विमर्श किया गया है। साहित्य, संस्कृति, समाजसेवा और राजनीति-इन सभी आँगनों में समान भाव एवं गति से अबाध आवाजाही करने वाले साहित्यसेवी-सह-राजनेता डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ बहु-आयामी व्यक्तित्व के स्वामी हैं, जो एक साथ बहुविध क्षेत्रों में कार्यरत रहने के बावजूद सतत सृजनशील हैं। डॉ. पोखरियाल भारत के तीन राष्ट्रपतियों के हाथों आप उत्कृष्ट साहित्य-सृजन हेतु सम्मानित हो चुके हैंI आप उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तथा केंद्र सरकार में शिक्षा मंत्री के पद को सुशोभित कर चुके हैं।
Additional information
Authors | |
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Binding | Paperback |
ISBN | |
Language | Hindi |
Pages | |
Publishing Year | 2024 |
Pulisher |
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