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Description
स्मरामि
‘स्मरामि’ नरेन्द्र कोहली के संस्मरणों का पहला संकलन है। ये संस्मरण एक लम्बे अन्तराल में विभिन्न समयों और अवसरों पर लिखे गये हैं। इनमें से कुछ किसी अवसर की माँग पर लिखे गये हैं; किन्तु अधिकांश शुद्ध स्मरण के रूप में सृजन की माँग पर ही लिखे गये हैं। प्रवरता की शर्त भी इन पर लागू नहीं होती। कुछ संस्मरण अपने समवयस्कों और कुछ अवस्था में स्वयं से छोटे लेखकों पर भी लिखे गये हैं।
नरेन्द्र कोहली कथाकार हैं। घटनाएँ और चरित्र उनके मूल उपादान हैं, जिनके माध्यम से वे अपने विचार पाठकों तक संप्रेषित करते हैं। अतः उनके संस्मरण भी जीवन्त कथाएँ ही हैं। अंतर केवल इतना ही है कि इन चरित्रों को उनके पते ठिकाने के साथ अन्य लोग भी जानते हैं। उन चरित्रों के विषय में कहते हुए, लेखक ने बहुत कुछ अपने परिवेश और अपने संबंधों के विषय में भी कहा है। उनके जिज्ञासु पाठकों के अनेक प्रश्नों के उत्तर तो इन रचनाओं में उपलब्ध हैं ही, उनकी पठनीयता भी अपने आप में कम मोहक नहीं है।
Additional information
Authors | |
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Binding | Hardbound |
ISBN | |
Language | Hindi |
Pages | |
Publishing Year | 2012 |
Pulisher |
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