Tantra Ke Nae Prayogo Se 90 Karod Ke Barasaat
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तंत्र के नए प्रयोगो से 90 करोड़ की बरसात
90 करोड़ की बरसात केवल एक जादुई प्रयास ही नहीं वरन् तथ्यों का अनुसंधानात्मक अवलोकन भी है। विदित है कि यह इस प्रकार की सामग्री को एक पुस्तक के रूप में एकत्र करने का सम्भवतः प्रथम साहसिक प्रयास है।
भारत के लगभग 1 करोड़ व्यक्ति तथा विश्व में 2-3 करोड़ व्यक्ति अद्भुत मायावी धन की अप्रत्याशित प्राप्ति हेतु प्रयत्नशील हैं।
इनका लक्ष्य प्रसंगानुरूप धन की सीमाहीन प्राप्ति है, दिशा भी लगभग निश्चित है किन्तु उचित दिशानिर्देश नहीं है। पूर्व कथनानुसार आर्थिक जनसंख्या के बीसवें हिस्से के द्वारा किये जाने वाले ये कार्य हैं – बंदर छाप सिक्के द्वारा 90 करोड़ रुपये की बरसात, सट्टे के नम्बर, गढ़े धन की खोज, उत्खनन तथा शोधन, उल्टे पैदा हुए बालक द्वारा विभिन्न भेदों का ज्ञान, भविष्य में घटित होने वाली घटनाओं का पूर्वानुमान, विषम गांठवाले हड़जोड़, उल्लू के अण्डे, उल्टे पंख की मुर्गी, काली गाय का गोरोचन, इमली का बान्दा, काँसे का 9 इंच का गिलास, काली हल्दी, हिरण छाप 5 रुपये का नोट एवं विभिन्न प्रकार के दुर्लभ सिककों/नोटों द्वारा अनैतिक रूप से धन की प्राप्ति।
अतः पाठकों से अनुरोध है कि पुस्तक को ज्ञानार्जन का माध्यम मानते हुए ही इस पुस्तक का अध्ययन करें।
Additional information
Authors | |
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Binding | Paperback |
ISBN | |
Language | Hindi |
Pages | |
Publishing Year | 2015 |
Pulisher |
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