Uttari Bharat Ki Sant Parampara

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Uttari Bharat Ki Sant Parampara

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Author: Parshuram Chaturvedi

Availability: 6 in stock

Pages: 528

Year: 2020

Binding: Paperback

ISBN: 9789389243222

Language: Hindi

Publisher: Lokbharti Prakashan

Description

उत्तरी भारत की संत परम्परा

यह कृति आचार्य श्री परशुराम चतुर्वेदी जी की साहित्यिक साधना की वह अनन्यतम् प्रस्तुति है, जिसके समानान्तर आज साठ वर्ष के बाद भी हिन्दी साहित्य के अन्तर्गत वैसी कोई दूसरी रचना सामने नहीं आ सकी है। संत साहित्य के उद्भव से जुड़े अनेक प्रक्षिप्त मतों का खण्डन करते हुए उसके मूल प्रामाणिक प्रेरणास्रोतों को प्रकाश में ले आकर श्री चतुर्वेदी जी ने उसकी अखण्डता का जो अपूर्व परिचय प्रस्तुत किया है, वह हमारी साहित्यिक मान्यताओं से जुड़ी शोध-परम्परा का सर्वमान्य ऐतिहासिक साक्ष्य है।

परवर्ती काल में यह संत साहित्य उत्तर भारत के बीच पर्याप्त रूप से समृद्ध हुआ किन्तु इसके प्रेरणासूत्र समग्र भारतीयता से सम्बद्ध है। महाराष्ट्र, केरल, राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, उड़ीसा, बंगाल, आसाम, पंजाब आदि राज्यों में फैले हुए इसके प्रारम्भिक तथा परवर्ती सूत्र इस तथ्य के प्रमाण हैं कि यह जन आन्दोलन के रूप में समग्र भारतीय लोक जीवन से जुड़ा रहा है। संत नामदेव, ज्ञानदेव, नानक, विद्यापति, कबीरदास, दादू आदि संतों ने अपनी संतवाणी से समग्र भारत की एकता, अखण्डता को जोड़ते हुए हमें अंधविश्वासों एवं रूढ़ मान्यताओं से मुक्त किया है।

आचार्य श्री परशुराम चतुर्वेदी जी की यह कृति इन तथ्यों की प्रस्तुति का सबसे प्रामाणिक और सबसे सशक्त दस्तावे़ज है। आचार्य श्री चतुर्वेदी की इस ऐतिहासिक धरोहर को पुनः के समक्ष रखते हुए हम गर्व का अनुभव करते हैं और आशा करते हैं कि पाठक समाज आज पुनः पूर्ववत् निष्ठा के साथ स्वीकार करेगा।

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Authors

Binding

Paperback

ISBN

Language

Hindi

Pages

Publishing Year

2020

Pulisher

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