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Description
श्री गणेशाय नमः
विवाह पद्धतिः
भाषा टीका सहिता
नम्र निवेदन
भारत के कोने-कोने से विवाह पद्धति के अनेकों संस्करण छपे हैं, परन्तु किसी में शाला की, किसी में शाखोच्चार की, किसी-किसी में मङ्गलाष्टक की, तो किसी में सुलभ व सरल विवाहाऽनुक्रमणिका की कमी प्रतीत होती है। जितनी ही पुस्तकें देखिये लोग कुछ-न-कुछ कमी ही बताते हैं।
बहुत दिनों से मेरे कई एक मित्रगण बार-बार मुझसे अनुरोध करते रहे हैं कि मैं एक सर्वाङ्ग-परिपूर्ण विवाह-पद्धति लिख दूँ, परन्तु समयाभाव से अब तक मैं टालता ही रहा। अब लोगों के विशेष आग्रह से यह प्रयत्न किया है तथा जहाँ तक सम्भव हो सका है मैंने इसमें सभी विषयों का समावेश किया है। आशा है विद्वान लोग इसे अपना कर मुझे सफल प्रयत्न करेंगे।
– केदारनाथ मिश्र ‘चञ्चल’
अनुक्रम
- विवाह सामग्री
- नम्र निवेदन
- विवाहाऽनुक्रमणिका
- वर वरणम्
- मण्डपस्थापनम् पूजनञ्च
- हरिद्रालेपनम्
- मातृ भाण्डस्थापनम्
- पित्रादीनामावाहनम्
- षोडशमातृका स्थापनम्
- द्वारमातृका पूजनम्
- सप्तघृतमातृका पूजनम्
- नान्दी श्राद्ध प्रयोगः
- द्वारपूजा
- गर्भाधानादि संस्कार लोप-प्रायश्चित
- गणेश पूजनम्
- स्वस्ति वाचनम्
- ब्रह्मादि देवता स्थापनम्
- नवग्रह पूजनम्
- कलश स्थापनम्
- रक्षा विधानम्
- पट्ट सूत्रस्याचारः
- विवाह विधानम्
- शाला
- कन्या पूजनम्
- शाखोच्चारण मङ्गलाष्टकानि
- कन्यादानम्
- कुशकण्डिका विधानम्
- लाजा होमः
- अश्मारोहणम्
- सप्तपदी
- अभिषेकः
- चतुर्थी कर्म
- विनय पद्यावलिः
Additional information
Authors | |
---|---|
Binding | Paperback |
ISBN | |
Language | Sanskrit & Hindi |
Pages | |
Publishing Year | 2021 |
Pulisher |
Reviews
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