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Description
व्यक्तित्व निर्माण
व्यक्तित्व जीवन का दर्पण है जो हमारे कृत, आचरण एवं व्यवहार से परिलक्षित होता है। व्यक्तित्व का अर्थ विभिन्न व्यक्तियों की नजर में अलग-अलग है। कुछ लोगों ने बाहरी रूप-रंग, आकार-प्रकार को, कुछ ने आंतरिक गुणों को व्यक्तित्व माना है। मनोवैज्ञानिकों ने सम्पूर्ण व्यक्तित्व को दो भागों में बाँटा है-सामान्य व्यक्तित्व एवं असामान्य व्यक्तित्व। जो व्यक्ति अपने अन्दर की खामियों को जान लेता है वही सुन्दर व्यक्तित्व का निर्माण कर पाता है।
यह सही है कि किसी व्यक्ति का व्यक्तित्व किसी एक ही कारक से प्रभावित नहीं होता, यह बहुत से कारकों से प्रभावित होता है। जो व्यक्ति उन कारकों के साथ जितना बेहतर समायोजन स्थापित कर पाता है, वह उतने ही अच्छे व्यक्तित्व का मालिक बनता है। उपरोक्त समस्त बातों को ध्यान में रखकर इस पुस्तक को लिखने का प्रयास किया गया है, जिसकी ‘प्रासंगिकता हर व्यक्ति, हर उम, हर जाति, धर्म, वर्ग के लिए है। खुद बेहतर बने और दूसरों को भी बेहतर बनने में मदद करें। जीवन का औचित्य साकार करते हुए हर क्षेत्र में प्रगति का इतिहास रचे।
Additional information
Weight | 0.5 kg |
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Dimensions | 21 × 14 × 4 cm |
Authors | |
Binding | Paperback |
ISBN | |
Language | Hindi |
Pages | |
Publishing Year | 2019 |
Pulisher |
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