Ye Jeevan Hai
Ye Jeevan Hai
₹200.00 ₹155.00
₹200.00 ₹155.00
Author: Ashapurna Devi
Pages: 192
Year: 2013
Binding: Hardbound
ISBN: 9789326351386
Language: Hindi
Publisher: Bhartiya Jnanpith
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Description
ये जीवन है
साहित्य सृजन का समुज्ज्वल प्रकाश, मंदिर के उस दीये की तरह है जो अंधकार को दूर तो करता ही है, जीवन के प्रति एक अटल विश्वास भी जगाता है। अपनी पचास वर्षों की दीर्घ साहित्य-साधना में एक ओर उनके उपन्यासों में नारी-चरित्र के जटिल भावों का मन्थन है तो दूसरी ओर उनकी कहानियों में जीवन के विभिन्न संदर्भों में मानव-चरित्र का अनोखा रूप देखने को मिलता है।
प्रस्तुत संकलन ‘ये जीवन है’ में जिन कहानियों का चयन किया गया है, वे सब की सब निराली हैं। इनके चरित्रों में अर्न्तद्वन्द्व है, मानव की क्षुद्र और वृहत् सत्ता का संघर्ष है, समाज की खोखली रीतियों का पर्दाफाश है और आधुनिक युग की नारी-स्वाधीनता के परिणाम स्वरूप अधिकारों को लेकर उभर रहे नारी पुरुष के द्वन्द्व पर दृष्टिपात है। दरअसल इन कहानियों में आशापूर्णा देवी ने मानव-चरित्र को हर कोण से जाँचा-परखा है।
हिन्दी के सहृदय पाठकों को समर्पित है प्रस्तुत कहानी-संग्रह ‘ये जीवन है’ का नवीन संस्करण।
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Binding | Hardbound |
ISBN | |
Language | Hindi |
Pages | |
Publishing Year | 2013 |
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